उत्तर प्रदेशबस्ती

अपने ही MLC पर विधायक ने लगाए हैं गंभीर आरोपों की झड़ी!

अजीत मिश्रा (खोजी)

संत कबीर नगर यूपी::

MLA अनिल त्रिपाठी का लेटर बम : सियासी हल्कों में हुई तेज हलचल

दूर तक जाएगी बात : टेंडर के खेल में केस..कौन पास होगा कौन फेल।

अपने ही MLC पर विधायक ने लगाए हैं गंभीर आरोपों की झड़ी!

संतकबीरनगर जिले के नव सृजित नगर पंचायत धर्मसिंहवा में ठेकेदारी का मामला अब तुल पकड़ने लगा है। इस मामले में बस्ती जिले के कोतवाली में दर्ज हुए जिले के एक ठेकेदार के खिलाफ मुकदमे के बाद क्षेत्रीय विधायक का गुस्सा सातवें आसमान पर है। स्थानीय ठेकेदार पर दर्ज मुकदमे को फर्जी बताते हुए विधायक ने जो लेटर बम फोड़ा है उससे सियासी हल्के में हड़कंप मच गया है।

विधायक ने अपने लेटर पैड पर जिम्मेदार अफसरों को एक दो नहीं बल्कि अनगिनत पत्र लिखते हुए स्थानीय ठेकेदार का बचाव किया है।

मामला 10 अक्तूबर, 2023 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में शहरी निकायों में स्थित सांस्कृतिक, पौराणिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों के विकास के लिये ‘वंदन’ योजना को स्वीकृति से जुड़ी हुई है। योजना के तहत इन स्थलों पर लाइटिंग, पेयजल, टॉयलेट, साफ-सफाई, लिंक रोड और बेंच सहित अन्य बुनियादी सुविधाएँ विकसित करने की बात कही गई है। इस योजना के तहत ज़िलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी प्रत्येक वर्ष ऐसे 2-2 स्थलों का चयन करेगी।इस योजना में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 50 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा पर्यटन विभाग, सीएसआर मद, सांसद-विधायक निधि व नगर निकाय विभाग के बजट से भी इन स्थलों को विकसित किया जा सकेगा। इसी योजना के तहत टेंडर प्राप्त की कोशिश में यह राजनैतिक भूचाल आज सामने आया है।

MLA अनिल त्रिपाठी के आरोपों को आप भी जान ले…..क्या है विधायक के आरोप?

DM SP और DIG को जो पत्र विधायक ने भेजे है उसके मुताबिक संतकबीरनगर जिले के जिस ठेकेदार रमेश चंद पांडे के खिलाफ बस्ती में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है वह फर्जी और मनगढ़ंत है। मुकदमा दर्ज कराने वाले सूरज सिंह पुत्र राघवेन्द्र प्रताप सिंह निवासी शिवजीपुरम कटरा रोड थाना कोतवाली जनपद-प्रतापगढ़ पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि सूरज सोमवंशी किस प्रकार के ठेका पट्टा एवं व्यवसाय के लिए बस्ती मण्डल में यानी कि जनपद बस्ती, सिद्धार्थनगर एवं सन्तकबीरनगर में आते-जाते है इनके कौन-कौन से प्रतिष्ठान एवं फर्मे है जबकि विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है विभिन्न सरकारी विभागों पी०डब्लूडी०, नगर विकास एवं सिंचाई विभाग आदि के ठेकेदारों को ठेका दिलाने की सौदेबाजी करने के लिए जाने जाते है। यह विषय जांच किये जाने योग्य है। विधायक ने लिखा है कि जिस रमेश चन्द्र पाण्डेय पर सूरज सिंह ने रंगदारी का आरोप लगाया है तथा अपराधी बताया है वह रमेश चन्द्र पिछले 20 वर्षों से विभिन्न विभागों में ठेकेदारी का कार्य करते है तथा आज तक उनपर कोई मुकदमा ही नहीं दर्ज हुआ है।

सूरज सिंह सोमवंशी को तथाकथित ठेकेदार बताते हुए विधायक ने अपने पत्र में लिखा है कि वो किस व्यस्था के तहत बस्ती डॉक बंगले में ठहरा हुआ था? इसके पहले भी सूरज सिंह सोमवंशी ने दुधारा में देव प्रकाश सिंह उर्फ सिंटू सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया था। विधायक ने ये भी कहा कि उक्त सूरज सिंह सोमवंशी पिछले दिनों दिशा की बैठक में एम एल सी के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हुआ था, उक्त डॉक बंगले जब एम एल सी के नाम पर आरक्षित था तब वो वहां कैसे रह रहा था।ऐसा प्रतीत होता है कि सूरज सिंह सोमवंशी प्रतिनिधि एम०एल०सी० के राजनैतिक दबाव में यह फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर ठेकेदारों एवं व्यवसायियों को डराने के लिए इस तरह के केस दर्ज करा रहा है। विधायक ने मोबाइल पर बातचीत करते हुए बताया कि उक्त सूरज सिंह सोमवंशी द्वारा रमेश चंद को डराया गया, धमकाया गया, रंगदारी आदि मांगी गई जिसके संबंध में रमेश चंद पांडे की शिकायत पर पुलिस ने केस नहीं दर्ज किया। लेकिन राजनैतिक दबाव में सूरज सिंह सोमवंशी की तहरीर पर बेकसूर रमेश चंद पांडे के खिलाफ गंभीर धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया जो जांच का विषय है। विधायक ने प्रशासन से पुरजोर आग्रह किया है कि किसी निष्पक्ष एजेंसी से पूरे प्रकरण की जांच कराकर पीड़ित व्यक्ति रमेश पाण्डेय को न्याय दिलाने का कष्ट किया जाय। 

ठेकेदार रमेश चंद पांडेय का क्या है आरोप…….?

वहीं इस मामले में ठेकेदार रमेश चंद पांडे की तहरीर पर यदि गौर किया जाय तो उन्होंने पुलिस को दिए अपने प्रार्थना पत्र में लिखा है कि उक्त सूरज सिंह सोमवंशी से वंदन योजना के तहत कार्य प्राप्त करने के लिए सूरज सिंह सोमवंशी से बातचीत हुई थी, सूरज सिंह सोमवंशी ने मुझे आश्वस्त कर अपने चहेती फर्म से भी टेंडर डलवा दिया। इन्हीं सबको लेकर सूरज सिंह ने मुझे 05 लाख रुपए लेकर 13 जून की रात्रि लगभग 09 से 10 के बीच आशुतोष त्रिपाठी के साथ बस्ती डॉक बंगले पर बुलाया, बातों बातों में सूरज सिंह सोमवंशी तैश में आकर अपने चार पांच लोगों को ललकारा कि कमरे में बंद कर दो इसे, पुलिस बुलाकर अभी इसे ठीक कर देता हूं। इसके बाद उक्त सूरज सिंह सोमवंशी द्वारा अपने 04- 05 सहयोगियों द्वारा मुझे और आशुतोष त्रिपाठी लात मुक्कों से मारा गया, कनपटी पर असलहा सटा कर गले में पहनी मोटी सोने की चैन वजन लगभग 40 ग्राम छीन लिया गया, साथ ले गए पांच लाख रुपए भी उक्त सूरज सिंह ने जबरन छीन लिया। 14 जून को इसकी शिकायत पुलिस से की लेकिन पुलिस उक्त लोगों के खिलाफ केस न दर्ज कर मुझपर ही मुकदमा लिख दिया। उक्त सूरज सिंह सोमवंशी एम एल सी का प्रतिनिधि होने के नाते मुझे ये धमकी भी दिया था कि ऐसी जिंदगी कर दूंगा कि जीवन भर जेल में सड़ते रह जाओगे।

।।सूरज सिंह सोमवंशी ने विधायक पर किया पलटवार,लगाए गंभीर आरोप।।

वहीं इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए सूरज सिंह सोमवंशी ने कहा है कि विधायक मेहदावल एक अपराधी किस्म के व्यक्ति हैं उनके ऊपर 25 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं जिसमें रंगदारी अपहरण आदि है। पूर्व में विधायक मेहदावल द्वारा मुझे कई बार धमकाने का प्रयास किया गया, एक बार डाक बंगले संतकबीरनगर पर आठ माह पूर्व बुलाकर धमकाया गया और कहा कि अगर यहां पर काम करना है तो मुझे हर टेंडर के पीछे 10% कमीशन देना होगा। इसके संबंध में विधायक ने कई बार मुझे फोन किया है जिसकी कॉल डिटेल निकाली जा सकती है, रमेश चंद नाम के उक्त व्यक्ति को मैं नहीं जानता था। 12 अप्रैल को पहली बार उसने मुझे संपर्क किया,13 अप्रैल को दोपहर 12:00 बजे विधायक का नाम बताकर मुझे धमकाया। घटना के अगले दिन 14 तारीख को रात्रि को पुनः मेहदावल विधायक द्वारा मुझे दो बार फोन किया गया जिसमें लगभग 15 मिनट बात कर मुझे मुकदमा ना कराने के विषय मे बताया गया।

विधायक द्वारा बताया गया है कि मैं माननीय एमएलसी सुभाष यदुवंश जी का प्रतिनिधि हूं, यह पूरी तरह से निराधार है, केवल एक बार उनका मै दिशा की मीटिंग में प्रतिनिधित्व किया हूं सुभाष यदुवंश जी उत्तर प्रदेश युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे तो मैं उनकी टीम में प्रदेश का उपाध्यक्ष था इस वजह से मेरा उनसे व्यक्तिगत लगाव है, मैं उनके घर आता जाता रहता हूं मेरे अच्छे संबंध है, लेकिन मैं उनका प्रतिनिधि नहीं हूं एमएलसी का संतकबीरनगर में कोई प्रतिनिधि घोषित नहीं है, समय-समय पर अलग-अलग व्यक्ति उक्त बैठक के लिए प्रतिनिधि के रूप में जाते हैं l कभी अरुण गुप्ता भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता, आदित्य यदुवंश भाजपा के जिला उपाध्यक्ष, शैलेंद्र यादव आदि लोग बैठकों के प्रतिनिधि के रूप में ही जाते हैं l

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